आधार कार्ड
आधार कार्ड: आपकी पहचान, भारत का आधार—क्या नया हो रहा है? आपके बटुए में एक छोटा सा 12 अंकों का नंबर वाला कार्ड—आधार कार्ड। यह सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल क्रांति का एक मजबूत स्तंभ बन चुका है। 28 जनवरी 2009 को शुरू हुई यह योजना आज 1.3 अरब से ज्यादा लोगों की जिंदगी का हिस्सा है। मार्च 2025 आते-आते आधार फिर से खबरों में है—कभी नए नियमों के लिए, तो कभी विवादों के साथ। तो चलिए, इसकी ताजा कहानी को थोड़ा करीब से देखते हैं और जानते हैं कि यह छोटा सा कार्ड आज कहाँ खड़ा है। आधार का सफर: एक नंबर, अनेक काम आधार की शुरुआत यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने एक मकसद से की थी—हर भारतीय को एक अनोखी पहचान देना। आज यह बैंक खाते खोलने से लेकर सिम कार्ड लेने, सब्सिडी पाने से लेकर टैक्स फाइल करने तक हर जगह काम आता है। X पर @trilokchronicle ने हाल ही में लिखा, “आधार अब सिर्फ ID नहीं, डिजिटल भारत का पासपोर्ट है।” और सच ही है—फरवरी 2025 में आए आँकड़ों के मुताबिक, 137 करोड़ से ज्यादा आधार कार्ड जारी हो चुके हैं, जिसमें से 95% से ज्यादा लोग इसे किसी न किसी सरकारी सेवा से जोड़ चुक...